मानसून द्रोणिका का अरूणाचल प्रदेश की ओर रुख, बारिश पर लगा ब्रेक, बारिश थमने से बढ़ता जा रहा तापमान का पारा
कोरबा। मानसून द्रोणिका का पूर्वी छोर अरूणाचल प्रदेश की ओर से चला गया है। इसलिए प्रदेश सहित जिले में मानसून में ब्रेक की स्थिति है। मानसून ब्रेक के कारण उमस भरी गर्मी से हर वर्ग के लोग खासे परेशान हैं। जिले का तापमान भी लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 36 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग की मानें तो अभी फिलहाल झमाझम बारिश होने की संभावना नहीं है। ज्ञात हो कि आषाढ़ के अंतिम व सावन के शुरूआत में जिले में मानसून मेहरबान रहा। लगातार जिले में बारिश रुक-रुककर हो रही थी। लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था। साथ ही नदी नाले उफान पर चल रहे थे। इससे इस वर्ष की बारिश का आंकड़ा अब तक के औसत बारिश का सावन के शुरूआत में ज्यादा हो गई है। अभी एक महीने मानसून सीजन रहेगा। बीते साल से ज्यादा बारिश होने के चलते जिले के ज्यादातर डैम, तालाब लबालब हो गए हैं। जिले में नदी, तालाब सब लबालब हो गया है। लेकिन सावन की विदाई बेला में अब जिले में मानसून ब्रेक की स्थिति उत्पन्न हो गई। मानसून द्रोणिका का पूर्वी छोर अरूणाचल प्रदेश की ओर चला गया, इसलिए ऐसी स्थिति बन गई है। मानसून ब्रेक होने होने के कारण जिले में गर्मी बढ़ गई है। उमस भरी गर्मी के कारण कूलर भी काम करना बंद कर दिया। केवल एसी में रहना लोग पसंद कर रहे है। सावन के महीने में पिछले 10 साल में जिले का तापमान 36 डिग्री को पार किया। लोग घर व आफिस में पसीना से तरबतर होते रहे। साथ ही बाहर धूप ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया।
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10 अगस्त के बाद हो सकती है झमाझम बारिश
मौसम विभाग की मानें तो अभी फिलहाल तेज बारिश की संभावना नहीं है। 8 अगस्त को एक सिस्टम बनने की संभावना है। इसके बाद 9 को बादल छाए रहेेंगे। 10 अगस्त के बाद झमाझम बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है।
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मानसून ब्रेक का फसल पर असर
मानसून ब्रेक का असर धान की फसल पर देखने को मिल रहा है। खेत अब सूखने लगे हैं, जबकि शुरूआत में ही पानी की जरूरत ज्यादा पड़ती है, ऐसे में फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है। किसानों का कहना है जल्द ही बारिश नहीं हुई तो फसल बर्बाद होने तय है। खेत में दरार भी दिखने लगी है। ऐसे में जल्द पानी की जरूरत महसूस की जा रही है।
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गर्मी और उमस के मामले में पिछले दो दिन बेहद मुश्किलों से गुजरे। चिपचिपी गर्मी से खूब हलाकान किया। शाम को मौसम ने करवट ली और काले बादल छा गए, लेकिन बरसे नहीं। इसने उमस को और भी बढ़ा दिया। मौसम विभाग के अनुसार मानसून द्रोणिका इस समय पूर्वी छोर अरुणाचल प्रदेश की ओर चली गई है। इस स्थिति को ही मानसून ब्रेक कहा जाता है। इसके कारण प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना बन रही है। एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात की संभावना भी बन सकती है।
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अस्पतालों में बढ़ रही भीड़
मौसम में हर दिन हो रहे बदलावों की वजह से सेहत पर खराब असर पड़ रहा है। शहरों और गांवों सभी जगहों पर अस्पतालों में मरीजों की भीड़ है। इस समय वायरल फीवर के साथ सर्दी-जुकाम के मरीजों में इजाफा हो रहा है। वायरल फीवर और जुकाम जल्दी ठीक भी नहीं हो रहा। करीब हफ्ते भर से लोग वायरल फीवर और खांसी से परेशान हो रहे हैं। चिकित्सकों ने सलाह दी है कि, तीन दिन से अधिक बुखार रहने पर तुरंत ही अस्पताल में दिखाना सही रहेगा। मेडिकल स्टोर्स से एंटीबायोटिक दवाइयां खरीदकर अपनी मर्जी से नहीं लें। डॉक्टर्स ही एंटीबैटिक दवाई की डोज तय कर सकते हैं।