सडक़ हादसे मे गई गर्भवती चीतल की जान
कोरबा। जिले में सडक़ हादसों की क्रम थम नहीं रहा है। रफ्तार इंसानों की साथ साथ बेजुबानों की भू अकाल मौत का कारण बन रही है। साल का पहला दिन जंगली जानवरों के लिए भी ठीक नहीं रहा। बिलासपुर-अंबिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अज्ञात वाहन की ठोकर से चीतल की मौत हो गई। उसकी उम्र दो से तीन वर्ष के बीच बताई जा रही है। चीतल को ठोकर मारने वाली गाड़ी की पहचान नहीं हो सकी है। वन विभाग मामले की जांच कर रहा है। साल के पहले दिन पाली क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक चीतल मृत अवस्था में पाया गया। सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी। घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। विभाग ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया है कि दुर्घटना का कारण सडक़ हादसा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जब चीतल सडक़ पार कर रहा था उसी समय किसी वाहन ने चीतल को टक्कर मार दिया। इससे चीतल की मौत हुई। शव परीक्षण में विभाग को पता चला है कि चीतल का एक पैर टूट गया था। सिर पर भी चोट के निशान थे। चीतल के पेट में एक बच्चा भी पाया गया है। वन विभाग का कहना है कि इस क्षेत्र में चीतल सहित कई जंगली जानवर हैं। रात के समय अक्सर जानवर सडक़ को पार करते हैं और कई बार हादसे का शिकार हो जाते हैं। जंगली जानवरों को सडक़ दुर्घटनाओं से बचाने के लिए वर्तमान में वन विभाग की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही है लेकिन इसका धरातल पर सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है।