हाथियों ने तोड़ा मकान, रौंदी फसल, वन विभाग द्वारा लगाए गए फेंसिंग को भी किया क्षतिग्रस्त
कोरबा। कटघोरा वनमंडल में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। डिविजन के पसान रेंज में जहां 10 हाथी जल्के पहुंच गए हैं, वहीं केंदई रेंज के साल्हीपहाड़ में अभी भी 32 हाथी डटे हुए हैं। जल्के पहुंचे हाथियों ने रात में उत्पात मचाते हुए सीपतपारा पिपरिया में नागेंद्र सिंह, तिलकधारी नामक ग्रामीण के मकान को निशाना बनाते हुए ढहा दिया। वहीं गांव में वन विभाग द्वारा फेंसिंग कराए गए खंभों को तोडऩे के साथ 6 किसानों की खेतों में प्रवेश कर धान फसल को चट कर दिया। प्रभावित किसानों को इसकी जानकारी सुबह तब लगी जब वे अपने खेतों में पहुंचे तो लहलहाती फसल के बजाय उसे रौंदा हुआ तथा पूरी तरह तहस-नहस पाया। इसकी तत्काल सूचना वन विभाग को दी गई। वन अमला द्वारा नुकसानी का आंकलन किया गया। इस बीच 32 हाथी केंदई रेंज के साल्हीपहाड़ में लगातार डटे हुए हैं। हाथियों का दल दिन भर पहाड़ में विश्राम करता है और शाम होते ही पहाड़ से नीचे उतरकर जूनापारा व दर्रीपारा गांव के निकट पहुंचकर ग्रामीणों द्वारा अपने खेतों में लगाए गए धान की फसल को चट करने तथा उसे रौंदने के बाद वापस पहाड़ में चढ़ जाते हैं। यह सिलसिला विगत 3-4 दिनों से जारी है, जिससे ग्रामीण काफी हलाकान हैं। उनके द्वारा अपने फसल व जानमाल की सुरक्षा की गुहार वन विभाग तथा जिला प्रशासन से लगाई जा रही है।